तुम हमसफ़र बना - एक नाव दो किनारे lyrics | एक नाव दो किनारे - तुम हमसफ़र बना lyrics

तुम हमसफ़र बना is a hindi song from the १९७३ movie एक नाव दो किनारे. तुम हमसफ़र बना singer is मुकेश चंद माथुर (मुकेश). तुम हमसफ़र बना composer is बृज भूषण साहनी and तुम हमसफ़र बना lyricist or song writer is नक़्श ल्यालपुरी. तुम हमसफ़र बना music director is बृज भूषण साहनी. तुम हमसफ़र बना features मृणाल मुख़र्जी. तुम हमसफ़र बना director is and the producer is . The audio of तुम हमसफ़र बना song was released on नुल्ल् by पॉलीडोर. तुम हमसफ़र बना YouTube video song can be watched above.



तुम हमसफ़र बने तो
जहा चले हम जिधर चले हम
ये बहार साथ आये
तुम हमसफ़र बने तो
जहा चले हम जिधर चले हम
ये बहार साथ आये
तुम हमसफ़र बने तो

आज की शाम का तू दिया आँचल है
आज की शाम का तू दिया आँचल है
झूमती है फजा और हवा पागल है
मस्तियो के रंग बिखरे है निगाहों में
तुम हमसफ़र बने तो
जहा चले हम जिधर चले हम
ये बहार साथ आये
तुम हमसफ़र बने तो

तुम हंसो तो मिले रौशनी इस दिल को
तुम हंसो तो मिले रौशनी इस दिल को
दिल मेरा प्यार से यु मिले मंज़िल को
ज़िन्दगी के फूल महके मेरी राहों में
तुम हमसफ़र बने तो
जहा चले हम जिधर चले हम
ये बहार साथ आये
तुम हमसफ़र बने तो
जहा चले हम जिधर चले हम
ये बहार साथ आये
तुम हमसफ़र बने तो.


Singers: मुकेश चंद माथुर (मुकेश)
Song Lyricists: नक़्श ल्यालपुरी
Music Composer: बृज भूषण साहनी
Music Director: बृज भूषण साहनी
Music Label: पॉलीडोर
Starring: मृणाल मुख़र्जी
Release on: नुल्ल्
1. Who is the music director of the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song music director is बृज भूषण साहनी
2. Who is/are the singer/singers of the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song singer is मुकेश चंद माथुर (मुकेश)
3. Who is the Composer of the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song composer is बृज भूषण साहनी
4. Who is the Lyricist of the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song lyricist is नक़्श ल्यालपुरी
5. What is the movie of the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song is from एक नाव दो किनारे
6. Who wrote the song तुम हमसफ़र बना
Ans: तुम हमसफ़र बना song is written by नक़्श ल्यालपुरी

Find other songs in - एक नाव दो किनारे

1
ये शाम है धुआँ धुआँ

मुहम्मद रफ़ी