शहर - गुलाल lyrics | गुलाल - शहर lyrics

शहर is a hindi song from the २००९ movie गुलाल. शहर singer is पियूष मिश्रा. शहर composer is पियूष मिश्रा and शहर lyricist or song writer is पियूष मिश्रा. शहर music director is पियूष मिश्रा. शहर features राज सिंह चौधरी. शहर director is and the producer is . The audio of शहर song was released on १३थ मार्च by टी-सीरीज. शहर YouTube video song can be watched above.



ए एक वक़्त की बात
बताये एक वक़्त की
जब शेहेर हमरा सो गयो
थो वो राज गजब की
ए एक वक़्त की
बात बताये एक वक़्त की
जब शेहेर हमरा सो गयो
थो वो राज गजब की
हे चहु और सब
ओरे दिशा से लाली छाई रे
जुगनी नाचे चूनर
ओढ़े खून नहायी रे
हे चहु और सब
ओरे दिशा से लाली छाई रे
जुगनी नाचे चूनर
ओढ़े खून नहायी रे
सब ोरो गुलाल पूत गायो सब ोरो में
हेय्य सब ोरो गुलाल पूत गायो विपदा छायी रे
जिस रात गगन से खून की बारिश आयी रे
जिस रात शहर में खून की बारिश आयी रे
जिस रात गगन से खून की बारिश आयी रे
जिस रात शहर में खून की बारिश आयी रे

सराबोर हो गया शहर और
सराबोर हो गयी धरा
सराबोर हो गयो रे जत्था
इंसानो का बड़ा बड़ा
सभी जगत यह पूछे
था जब इतना सब कुछ हो रियो थो
तो शेहेर हमारा काहे
भाईसाब आँख मूड के सो रियो थो
तो शेहेर यह बोलियो
नींद गजब की ऐसी आयी रे
जिस रात गगन से
खून की बारिश आयी रे
जिस रात शहर में
खून की बारिश आयी रे
जिस रात शहर में
खून की बारिश आयी रे

सनता विराना ख़ामोशी अन्जानी
ज़िन्दगी लेती है करवटे तूफानी
घिरते है साये घनेहरे से
रूखे बालों को बिखेर से
बढ़ते है अँधेरे पिशाचों से

काँपे है जी उनके नाचो से
कहीं पे वो जूतों की ख़त ख़त है
कहीं पे अलावो की चाट पैट है
कहीं पे है झींगुर की आवाज़ें
कहीं पे वो नलके की टप टप है
कहीं पे वो काली सी खिड़की है
कहीं वो अँधेरी सी चिम्नी है
कहीं हिलते पेड़ों का जत्था है
कहीं कुछ मुंडेरों पे रक्खा है

रे रे रे रे रे रे रे
हूँ हूँ हूँ हूँ
सुनसान गली के नुकाद पे जो कोई कुत्ता
चीख चीख कर रोता है
जब लैंप पोस्ट की गंदली पिल्ली घूप रौशनी
में कुछ कुछ सा होता है
जब कोई साया खुद को
थोड़ा बचा बचा कर
गम सायो में खोता है
जब पुल के खंभों
को गाडी का गरम उजाला
धीमे धीमे ढोता है
तब शेहेर हमारा सोता है
तब शेहेर हमारा सोता है
तब शेहेर हमारा सोता है
होऊ होऊ

जब शहर हमारा सोता है
तो मालूम तुमको हाँ क्या क्या होता है
इधर जागती है लाशें ज़िंदा हो मुर्दा
उधर ज़िन्दगी खोता है
इधर चीखती है डहुआ
खैराती उस अस्पताल में बिफरी सी
आआँख में उसके अगले ही पल
गरम मॉस का नरम लोथड़ा होता है
इधर उठी हर तकरारें
जिस्मो के झटपट लेन देन में ऊंची सी
उधर घाव से रिस्ते फूंको
दूर गुज़रती आखें देखे रूखी सी
लेकिन उसको लेके रंग बिरंगे
मेलों में गन जायी शोती है
नशे में डूबे सेहन से
खूंखार चुटकुलों की पैदाइश होती है
अध् नंगे जिस्मों की देखो
लिपि पुट्ठी से लगी नुमाइश होती है
लार टपकती चेहरो को कुछ
शैतानी करने की ख्वाहिश होती है
वो पूछे है हैरान होकर
ऐसा सब कुछ होता है कब
वो बटलो तो उनको
ऐसा तब तब तब तब होता है
जब शहर हमारा सोता है
जब शहर हमारा सोता है
जब शहर हमारा सोता है
जब शहर हमारा सोता है
होऊ हूँ हूँ


Movie/album: गुलाल
Singers: पियूष मिश्रा
Song Lyricists: पियूष मिश्रा
Music Composer: पियूष मिश्रा
Music Director: पियूष मिश्रा
Music Label: टी-सीरीज
Starring: राज सिंह चौधरी
Release on: १३थ मार्च
1. Who is the music director of the song शहर
Ans: शहर song music director is पियूष मिश्रा
2. Who is/are the singer/singers of the song शहर
Ans: शहर song singer is पियूष मिश्रा
3. Who is the Composer of the song शहर
Ans: शहर song composer is पियूष मिश्रा
4. Who is the Lyricist of the song शहर
Ans: शहर song lyricist is पियूष मिश्रा
5. What is the movie of the song शहर
Ans: शहर song is from गुलाल
6. Who wrote the song शहर
Ans: शहर song is written by पियूष मिश्रा

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