सुन प्यार सजना रे - इन्साफ का मन्दिर lyrics | इन्साफ का मन्दिर - सुन प्यार सजना रे lyrics

सुन प्यार सजना रे is a hindi song from the १९६९ movie इन्साफ का मन्दिर. सुन प्यार सजना रे singer is आशा भोसले. सुन प्यार सजना रे composer is जगमोहन बक्शी and सुन प्यार सजना रे lyricist or song writer is नक़्श ल्यालपुरी. सुन प्यार सजना रे music director is जगमोहन बक्शी. सुन प्यार सजना रे features पृथ्वीराज कपूर. सुन प्यार सजना रे director is and the producer is . The audio of सुन प्यार सजना रे song was released on नुल्ल् by सारेगामा. सुन प्यार सजना रे YouTube video song can be watched above.



सुन प्यारे सजाना रे
मनन गए गीत सुहाने
गीतों में प्यार है तेरा
तू माने या न माने
डाली डाली मतावली
रुत ायी फूल सजाने
फूलों में रूप है तेरा
तू माने या न माने
सुन प्यार सजना

तू केहड़े तोह झील सी गहरी
आँखों में खो जाऊ
आज मेरा जी चाहे तेरी
बांहों में लेहरौ
तू केहड़े तोह झील सी गहरी
आँखों में खो जाऊ
आज मेरा जी चाहे तेरी
बांहों में लेहरौ
तू कहदे तोह
आज मेरा जी चाहे
गीत मिलन के गौ

डाली डाली ा ा ा
मतवाली आ आ आ
आयी फूल सजाने
फूलों में रूप है तेरा
तुमने या न माने
सुन प्यारे सजाना रे
मनन गए गीत सुहाने
गीतों में प्यार है तेरा
तू माने या न माने
सुन प्यार सजना रे.


Singers: आशा भोसले
Song Lyricists: नक़्श ल्यालपुरी
Music Composer: जगमोहन बक्शी
Music Director: जगमोहन बक्शी
Music Label: सारेगामा
Starring: पृथ्वीराज कपूर
Release on: नुल्ल्
1. Who is the music director of the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song music director is जगमोहन बक्शी
2. Who is/are the singer/singers of the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song singer is आशा भोसले
3. Who is the Composer of the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song composer is जगमोहन बक्शी
4. Who is the Lyricist of the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song lyricist is नक़्श ल्यालपुरी
5. What is the movie of the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song is from इन्साफ का मन्दिर
6. Who wrote the song सुन प्यार सजना रे
Ans: सुन प्यार सजना रे song is written by नक़्श ल्यालपुरी

Find other songs in - इन्साफ का मन्दिर

1
कोई बहार बन के

सुमन कल्याणपुर

2
शायर तो नहीं

मुहम्मद रफ़ी