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ज़िन्दगी और ख्वाब lyrics

फुल बगिया में भँवरे आये
मेरा बन्दर चला है ससुराल
कहती है झुकी झुकी नज़र
कटेली कटेली नसेली नसेली
किधर मैं जाऊं
न जाने कहाँ तुम थे