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ज़िद lyrics

आते नहीं है वो
तेरी पलकों के तले
तुझे प्यार करलु
नखरे क्यों करती है यार
कोरी गगरिया मीठा पानी
दर्दे दिल की क्या है दावा
आप क़ातिल हैं
बड़ी ही तू नमकीन है
ज़िद (टाइटल)
मरीज़-इ-इश्क़
तू ज़रूरी
साँसों को