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Lyricsgram
ज़ालिम lyrics
आई आई ाह सॉरी सॉरी
बॉम्बे से रेल चली
मुश्कुराले बहोत काम समां
सोती रह गयी सारी दुनिया
पहले ही क़यामत
चार दिन का सफर
मुबारक हो मुबारक