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Lyricsgram
विश्वास lyrics
सावन की ऋतु भये साजनवा
मुसाफिर हंसी ख़ुशी हो पार
दुनिया नयी बसायी
भूल जा जो देखता है
भोजन के नज़ारे है
औरत एक कहानी मैय्या
गा बन के पंछी गए
मुस्कुरा के हुमको
आज की रात साजन
ले चल मेरे जीवन साथी
ढोल बजा ढोल
आपसे हमको बिछड़े हुए
चंडी की दीवार