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Lyricsgram
तुलसी विवाह lyrics
सुनो सुनाते है हम
एक दिन प्राण तो जाते है सबके
उत्तर दक्षिण के दिक्पालों जागो
तुलसी कुंवरि बनजाएगी
नटराज मैं नारी निराली
मिल गए
मेरी तपस्याओं
हम पराये मर जायेंगे हम
ज्वाला की चुनरी
ो चलती फिरती
अरे मेरी सवा लाख की
भगवन ये दे वर्धन