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Lyricsgram
सुर संगम lyrics
सूर का हैँ सोपान सुरीला
साधरे मन सूर को साधरे
आये सूर के पंछी
आयो प्रभात सब मिल गाओ
साधो ऐसा ही गुरु भावे
हे शिव शंकर हे करुणाकर
मैका पिया भुलावे
प्रभु मोरे अवगुण
जाऊ तेरे चरण कमल