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Lyricsgram
शिकारी lyrics
तेरे बिना सूनी सूनी है
दुनिया ने हमें दो दिन
जब घर में लगी आग
हर दिन है नया
दोल रही है नैया मेरी
कुछ रंग बदल रही है
जादू का तीर झुक जायेगा
बाजे घुंघरू छुन छुन
यह रंगीन महफ़िल गुलाबी गुलाबी
चमन के फूल भी तुझको
माँगी है दुआएं हमने सनम
अगर मैं पूछूं जवाब दोगे
तुमको पिया दिल दिया
कुड़ी बड़ी है सोनी सोनी
भेजा है इक गुलाब किसी ने किताब में
सुनोजी शिकारी ने शिकार किया
गोरा परेशान है
बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल