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Lyricsgram
शबनम lyrics
यह दुनिया रूप की चोर
तुम्हारे लिए हुए बदनाम
प्यार में तुमने धोखा सीखा
मेरा दिल तड़पा कर कहाँ चला
कदर मेरी न जानी
इक बार तू बन जा मेरा
हम किसको सुनाये हाल
देखो आई पहली मोहब्बत की रात
तू महल में रहने वाली
किस्मत में बिछड़ना था
शबनम भी देखि
हसनन अल्लाह है या हब्बी
अनादि है शिकारी
अल्लाह मेरी झोली में
तेरी निगहाओं पे
निगाहो की जादूगरी
अपने अफसाने का नाम
ये तेरी सादगी
दीवानगी मेरे दिल पे
तेरा नाम लिखकर
मेरे दिल का तार
जिस दिल में तू नहीं
जाने क्यों देखता है
गुनगुनाये साजन
एक दुसरे के बिन
दो अजनबी दिल के सहारे
चाहा था चाहा है
छोडो भी यह गुस्सा