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साज़िश lyrics

ज़रा इधर तो आ
बचके ज़रा हट के
तुम हो मेरे सनम
वह बड़े खुशनसीब होते है
तुझे हमने चाहा
न ताज चाहिए
हाउ स्वीट दादाजी
मेरे सवाल का तुम दो जवाब
यह शहर यह शहर
यह जवानी बड़ी दीवानी
मेरा इंतज़ार करती हो
ज़िन्दगी बिन प्यार के
तू इतना प्यार कर
दिल यह कहे प्यार
ख़ुशी का रंग
इस दिल मैं नहीं