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Lyricsgram
राज हाथ lyrics
प्यारे बाबुल से बिछड़ के
चले सिपाही
अंतर मंतर जंतर
आ गयी
आजा आजा नदिया किनारे
नदिया किनारे फिरू प्यासी
मेरे सपने में आना
नाचे अंग अंग
आये बहार बन के
ये वादा करो
आंसू है मेरी तक़दीर में