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पुजारिन lyrics

पिए जा और पिए जा
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
कैसे जिए रे साथी तेरे बिना
अनजान अनादी परदेसी
पिया की नगरिया
मई न मांगू
हे गणपति बाप्पा मोरिया
मेरा प्रेम हिमालय से ऊँचे