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Lyricsgram
परवरिश lyrics
लूटी ज़िन्दगी और ग़म मुस्कुराये
झूमे रे झूमे रे
जाने कैसा जादू किया रे
बलिया बलिया
मस्ती भरा है समां
आंसू भरी हैं
मां ो मां
सब जनता का है
आयी वह रात आयी
बंद आँख से देख तमाशा दुनिया का
हम प्रेमी प्रेम करना जाने
ाजी ठेहरो ज़रा देखो कुछ सोचो
आईये शौक से कहिये