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Lyricsgram
नील कमल lyrics
श्री कमल नेत्र कटि पीताम्बर
ब्रिज में धूम मचाते
माँ ने भेजा ड़ोर चराने
क्या तेरी मर्ज़ी रे बोल
कल जमुना तट पे आओगे
जवानी अगर हुक दिल की
भूल जाते है
आँख जो देखे है धोखा
सोचता क्या है सुदर्शन के
प्यार से हमको कलेजे
पत्थर से तुम दूध बहाओ
जइयो न बिदेस मोरा जिया
वह ज़िन्दगी जो थी अब तेरी
शर्मा के यूँ न देख
रोम रोम में बसने वाले राम
बाबुल की दुआएं लेती जा
आजा तुझको पुकारे