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Lyricsgram
नाच lyrics
दिल दे दिया है तुझको
तेरे ग़म के सहारे जी रही है
छाया समां सुहाना
ए इश्क़ हमें बर्बाद न कर
क्यों करता मैं जवानी का
लब पे फ़रियाद है
जो तुम बदले जहाँ बदला
ऐ दिल किसे सुनाऊं
बात ताकू मैं तेरी
नाच सारा सारा
नाच नाच के
इश्क दा तड़का
आवारा मनन में
राखत का है
बांधने लगी
बेरंग ज़िन्दगी