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Lyricsgram
मेहँदी lyrics
हज़ारो करवा लुटे गए
वो आज अपनी महफ़िल में आये
प्यार की दुनिया
मेरी दुल्हन बरेली से आई
झूलो ललना झूलो
गया बचपन दुआ देकर
गओ गाओ री सखी
भरी महफ़िल है
अपने किये पे
अल्लाह की रहमत
के बचपन किसीका
बेदर्द ज़माना तेरा दुश्मन
मेरे अंगना मेहँदी
बोलियां भंगड़ा
पिछली याद भुला दो
तेरे बहिन और भाई लगते है
यह मेरी ससुराल है
मोहब्बत में
सच पूछो तो नारी जीवन
दुल्हन कोई जब जब
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
बाबा की बिटिया हुई पराई