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Lyricsgram
मीराबाई lyrics
मैं हरिचरनन की दासी
हे हरे डायला
याद आवे बृन्दावन की
दरस बिन दुःखना लागे न
सुनो मेरी मनोव्यथा
बसो मोरे नैनन में
बृन्दावन कुञ्ज भावना
घनश्याम आया री मेरे घर
गंगा जमुना निर्मला
चाकर
मने चाकर राखो जी
मैं तो प्रेम दीवानी
कोई कहियो रे प्रभु