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Lyricsgram
खजांची lyrics
मन धीरे धीरे रोना
सावन के नज़ारे
पीने के दिन आये
नैनों के बाण की
मोरी चूडियां
मोहे भभी ला दो
लौट गयी
दीवाली फिर आ गयी
एक काली नाज़ो की
ज़ुल्म ले के आया
मेरी अँखियों में झूमे
आँखों आँखों में
तुम सामने आकर
आयी दिवाली आयी