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Lyricsgram
कश्मकश lyrics
कब से मिलान की लगन लगी
जितना ज़रूरी मन का मिलान
प्यार तुझे ऐसा करुँगी सनम
कश्मकश छोड़ दे
आनन्दलोके मंगलोके
नौ मेरी
तेरी सीमायें
खोया क्या
मनवा