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Lyricsgram
जोगन lyrics
घूँघट के पट खोल
उठे तोह चले अवधुत
सुंदरता के सभी शिकारी
प्यारे दरशन दीजो आज
ज़रा थम जा तू ऐ सावन
गेंद खेलु कान्हा के संग
डग मग डेग माग डोले नैया
डरो रे रंग
चंदा खेले आँख मिचौली
काहे नैनों में नैना डेल रे
जिन आंखो की नींद हराम हुई
माई तोह गिरधर के घर जाऊ
सखरी चित्तचोर नहीं ए
में तो प्रेम दीवानी
मत जा मत जा जोगी