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Lyricsgram
घर संसार lyrics
होंठ गुलाबी गाल कटोरे
ज़माना हांसे भूल
सपनों की डोर बंधी
छेड़ो धुन मतवालों की
भाभी करे अपील
भला करने वाले भले
यह हवा यह नदी का
मेरी ऊंची नहीं दीवार
जीवन के रास्ते में
चोट लगी
जनक राजा देंगे और क्या
लटके लिए गुजरातन के