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Lyricsgram
दो दूनी चार lyrics
निंदिया ममी आ जाओ
चक्कर चलाये घनचक्कर
ऐसा गुस्सा न कीजिए हुज़ूर
अब तो मुस्कुराइये ज़रा
बड़ा बदमाश है ये दिल
हवाओं पे लिख दो
माँगे की घोड़ी
एक हाथ दे एक
न बाजा बाजिया
दो दूनी चार (टाइटल)