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Lyricsgram
देवदास lyrics
न पी की नगरिया आये है
नहीं आये घनश्याम
मत भूल मुसाफिर
छूटे अस्सीर तो बदला हुआ
तेरी मौत खड़ी हो
रोशन है तेरे दम से
पिया बिन न
न आया मैं
दुःख के अब दिन
बालम आये बसो
ो अलबेले पंछी
वह न आयेंगे
साजन की हो गयी गोरी
ो आने वाले रुक जा
मितवा लगी रे यह
मंज़िल की चाह में
किसको खबर थी किसको
जिसे तू कबूल कर ले
अब आगे तेरी मर्ज़ी
आन मिलो श्याम सांवरे
वह चाँद जैसी लड़की
सिलसिला ये चाहत का
मोरे पिया
मार डाला
कहे छेड़ मोहे
हमेशा तुमको चाहा
डोला रे डोला
छलक छलक
बैरी पिया