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Lyricsgram
चांदनी lyrics
दिल आह भर ऐसी के
ो गिरधारी छेड मुरलिया प्यारी
सुनो सुनो मोरा मन कुछ बोले
मैं चाँद हूँ या चांदनी
तू मुझे सुना मैं
परबत से काली घटा
मेहबूबा शहरों में से
मैं ससुराल नहीं जाउंगी
लगी आज सावन की
ा मेरी जान मैं
तेरे मेरे होठों पे
मेरे हाथों में नौ नौ
चाँदनी ओ मेरी चांदनी