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Lyricsgram
बगदाद lyrics
बहारों ने छेड़े
हमसे थोड़ा थोड़ा
यह प्यार की राते
रात अभी बाकी है
एक शामा है
कहे को छिप के
लुट गयी मुझसे उल्फ़त
कैसे दिल में ग़म यहाँ
ाजी बताये ये कोई मुझसे
तुमपे हम कुर्बान
मेरे हो तुम प्यारे जी
दिल का मौसम खिल खिल
बुलबुल प्यार में जिए