Lyricsgram

बाग़बान lyrics

रो रो नैं गाँवों
बसा ले अपने मन में
चली चली फिर चली (पार्ट ी)
पहले कभी न मेरा हाल
ओम जय जगदीश
ओ धरती तरसे
मेरी माखना
मैं यहाँ तू वह
होरी खेले
चली चली फिर चली