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Lyricsgram
बादशाह lyrics
जनम मरण के साथ को
जी घबराये दिल जल जाए
रुला कर चल दिए
गुल मुस्कुरा उठा बुलबुल
आ नीले गगन तले प्यार
कुछ तुम्हे और भी
ेजी मैंने कहा सुनिए
आँखों में तुम हो समाये
आज हमको हंसाये न कोई