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Lyricsgram
बदनाम lyrics
शीशे की जवानी
रोको मानो वो चला
पहरा है यहाँ पेहरा
भैया फूल मई
अंगुली पकड़ कर पकड़ोगे
ओ जाने वाले वादा निभाना
यह बेज़ुबान लोग भी
पन्द्र से सत्रह के बीच
आजा मैं पढ़ा दूँ