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Lyricsgram
बाबुल lyrics
न सोचा था यह
नदी किनारे
जादू भरे नयनों में
हुस्न वालों को ना दिल दो
पंछी बन में
मिलते ही ऑंखें
मेरा जीवन साथी बिछड़ गया
लगन मोरे मन की
किसी के दिल में रहना था
छोड़ बाबुल का घर
धड़के मेरा दिल
दुनिया बदल गयी
तेरे प्रेम मैं कहीं पाई
न कहो न हाँ कहो
तेरी भोली मुस्कान ने