Toggle navigation
Lyricsgram
अलाप lyrics
बिनती सुन ले तनिक
हो रमा दर लगे अपनी उमरिया से
ज़िन्दगी को संवारना होगा
नयी ृ लगन और मीठी बतियाँ
काहे मनवा नाचे हमारा
चाँद अकेला जाए सखी री
आई रितु सावन की
माता सरस्वती शारदे
कोई गाता मैं सो जाता