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Lyricsgram
अफसर lyrics
झट खोल दे किवाड
साधू के घर छोकरियां दो
परदेसी रे जाते जाते
प्रीत का नाता जोड़ने वाले
मैं मोर् हुआ मतवाला
नैन दीवाने िक नहीं माने
गन गन बोले रे भँवर