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Lyricsgram
अधिकार lyrics
बरखा की रात आई मनवा
सुहाग की रात आयी सजनी
कहा वह बचपन का
ज़िन्दगी हसीं है ये
माटी कहे कुम्भर
एक धरती है
बी.ा म.ा प.हद बी.टी बी.कॉम
कमाता हूँ बहुत कुछ
तिकड़मबाज़ी मिया राज़ी
दिल में हमारे कौन
तुम तो सबके हो रखवाले
शराब नहीं हु मगर
अरे फैशन की दीवानी
रेखा ो रेखा
कोई माने या न माने
ऐसी चीज़ सुनाये की
शुरू हुयी प्यार
जीने का सहारा
जानेवाले न दिल से
मैं दिल तू धड़कन