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Lyricsgram
आंधियां lyrics
दर्द बांट रहा है
दिल का खज़ाना खोल दिया
वह चाँद नहीं है
मैं मुबारकबाद देने आयी हूँ
घनश्याम के है घनष्याम नयन
है कहीं पर शादमानी
क्या मिल गयी दूसरी
ओले ओले
ये वादा करले
फिर दिल ने वह चोट खायी
दुनिया में तेरे सिवा
मेरी माँ ने बताया है