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Lyricsgram
आहुति lyrics
तू भी जलाता मैं भी
दिल के बस में है जहां
तारों भरी चुनरिया
लहरों से खेल चंदा
दिल जोह तुमको दे दिया
भारत का भाई लक्ष्मण
साथी मेरे साथी
नौकरी सौ की हजार की
जंगनी इक लड़की का नाम
काश ऐसा होता