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विष्णु पुराण lyrics
विष्णु एक है बहकतो के
संसार के पालनहार प्रभु
प्रभु से विमुख रहे जो प्राणी
हरि सुमिरन सुख दाई
चाहे चन्द्रमा से ज्वाला झरे
द्वापर युग में जन्म लिया
तुम्हारी हु मेरे हो तुम