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Lyricsgram
ठेस lyrics
हम भी असीर ए ग़म हैं
ढक ढक धड़के दिल
भगवन जो तेरा भी भगवन
बात तो कुछ भी नहीं
रुत है सुहानी
इस पतंगे की हक़ीक़त
छुप छुप के
बोलो बोलो साजन