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तदबीर lyrics

तुमने न सुना जिसको
करले नैनों से नैना
गरीबों की दुनिया है
बांके नैनों से कर के
मैं पंछी आज़ाद
जनम जनम का दुखिया
हसरते ख़ामोश है
चाहे तू मिटा दे
मिलने का दिन आ गया
मैं किस्मत का