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Lyricsgram
सुजाता lyrics
अंधे ने भी सपना देखा
तुम जियो हजारों साल
नन्ही कली सोने चली
काली घटा छाये
बचपन के दिन
जलते हैं जिसके लिए
सुन मेरे बंधु रे