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Lyricsgram
सोसाइटी lyrics
तुम नहीं पास तो
दोस्त हुआ है दुश्मन जनि
शर्मीली निगाहें कहती हैं
तारों को चूम लूँ
दिल नहीं तो न सही
दिल का तराना गा ले
अब आ भी जा
मेरी उम्र से लम्बी हो गयी
रेहम कभी तो फर्मो
समझ गए हम