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सिपहिया lyrics

चाहते हो गर भलाई आशिक़ो
लगा है कुछ ऐसा निशाना
दुआ देने वालो हमें दो
मेरे सिपहिया
आँखे लड़ना छोड़ दो
चलो घूँघट में
हँसी हँसी न रही
आराम के थे साथी
ऐ आँख अब न रोना