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शेख चिल्ली lyrics

ज़ुल्फ़ों से बाँध के
झूठे का मुंह काला
आये जवानी जाये जवानी
मेरी राहों में आने वाले
जीने से हार गए हम तो
एक बार हमसे प्यार कर के देख लो
मदहोशी में तन्हाई में
मेरा ऊँचा मकान