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शहंशाह lyrics

ग़म क्यूँ हो जीने वालो को
ग़म क्यों हो जीनेवालों को
शाही की ज़ंज़ीरे तोड़ते चलो
ले ले दिल को ले ले
ख़ाक हुआ दिल जलते जलते
नाज़ों के पीला
चाहत का खज़ाना है
जाम थाम ले सोचते
कोई राग छेड़ दबी
ओ बहना ओ मेरे जीजा जी का क्या कहना
जाने दे जाने दे मुझे जाना है
हे यु ी वांनै तेल्ल यु
अरे होगा थानेदार तो
अँधेरी रातों में