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सब्ज़ बाग़ lyrics

याद तेरी आई तो
न करना किसी से मोहब्बत
मेरे दिल के तड़पने का तमाशा
मेरे बर्बादियों पे
कदम कदम पर बिछे है कांटे
जो कुछ हमें कहना है
दिल्ली वाले बुरे नहीं दिल लेते है
अपनी तस्वीर से कह दो