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Lyricsgram
रिमझिम lyrics
राजा तोरे बाघ की मैं
मेरे घर आगे हैं
मोहे फिर से हिचकी आयी
भीनी भीनी चांदनी रात
आये हैं दिन सावन के
राह न सकोगे
न तुम आये न नींद आई
जगमग
हवा तू उनसे जाकर कह दे