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प्रेमी गंगाराम lyrics

गंगाराम से न अखियां मिलाना
बुद्धा पीछे पड़ गया
बिल्लियाँ बिल्लियाँ आक्खां दे विच
मेरा तुझे भी सलाम
बनवारी सुन ले अरज हमारी