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प्रेम नगर lyrics

मन के तार हिला जा
तुम बिन चैन न आये
मत बोलो बहार की बतियाँ रे
मैं काली बाग की तू
अम्बुवा पे बैठा
प्यासे दो बदन
एक मुअम्मा है
बाय बाय मिस गुड नाईट
जा जा जा
यह कैसा सुर मंदिर
यह लाल रंग कब मुझे छोड़ेगा
किसका महल है किसका यह घर है
यह ठंडी हवाएं