Lyricsgram

फागुन lyrics

मैं सोया अँखियाँ मींचे
बरसो रे हाय बैरी
शोख शोख आँखें
बना दे बना दे प्रभु जी
तीर यह चुपके
सुन जा पुकार
तुम रूठ के मत जाना
छुन छुन घुँघरू
पिया पिया न लागे
मेरी छोड़ दे कलाई
एक परदेसी मेरा दिल ले गया
बेदर्दी बन गए
पिया संग खेलो होली
कब मने ो दिल के
संध्या जो आये