Toggle navigation
Lyricsgram
पेइंग गेस्ट lyrics
माना जनाब ने पुकारा नहीं
चुपके चुपके रुकते रुकते
शम्मा जलती है जाले
ो निगाहे मस्ताना
चाँद फिर निकला
छोड़ दो आंचल जमाना क्या कहेगा
माना जनाब ने पुकारा नहीं